प्यार इक सौगात

प्यार आनंद की अनुभुति है जिसे जाहिर करना एक छोटी सी बात है।
पर इजहार व इकरार में होजाती अनगिणत दावतें व मुलाकात है।
इकरार होने पर परवरदिगार की रहमत की मिल जाती बडी सौगात है।
जो अगर मिल जाये इन्कार तो नफरत के दंगल की होजाती शुरूआत है।
जरा सम्भल कर कदम बढाना इसमें खुशी व गम दोनों के जज्बात हैं।
दिल का टूटना दुखदायी बहुत होजाता नैनों से अश्कों की होजाती बरसात है।
प्यार सहेजना भी जरूरी है समझने पङते इक दूजे के ख्यालात हैं।
जीवन भर खुशियां देनेवाला है यह सौदा अल्लाह की रहमते करामात है।

7 thoughts on “प्यार इक सौगात

  1. bahut khub saha sir……..pyar ek anubhuti hai….jise jaahir karna ek chhoti si baat magar ye pyaar uparwale tak pahuchne ki raah asaan kar deta hai.

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  2. Nice post

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  3. बहुत ही सच कहा है आपने।

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